योजना का संक्षिप्त परिचय
Ayushman Bharat 2025 योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी और ऐतिहासिक स्वास्थ्य पहल है। यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 की सिफारिश पर शुरू की गई थी, जिसमें लक्ष्य था — सभी नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण, सस्ती और समग्र स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना।
इस योजना का उद्देश्य है “किसी को भी पीछे न छोड़ना”, जो सतत विकास लक्ष्यों (SDG) के भी अनुरूप है आयुष्मान भारत एक सतत देखभाल दृष्टिकोण अपनाता है। यह दो प्रमुख घटकों पर आधारित है:
1. स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र (HWCs)
2. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY)
स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र (HWCs)
सरकार ने फरवरी 2018 में घोषणा की थी कि 1.5 लाख उप-केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को उच्चीकृत करके स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र बनाए जाएंगे । इनका उद्देश्य है:
- नागरिकों को उनके घर के पास प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं देना
- मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं
- आवश्यक दवाएं और नैदानिक सेवाएं मुफ़्त
- रोकथाम और स्वास्थ्य संवर्धन पर ज़ोर देना
- दीर्घकालिक बीमारियों व रुग्णताओं के विकास के जोखिम कम करना
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प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY)
23 सितंबर 2018 को रांची, झारखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई यह योजना आज दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना बन चुकी है, PM-JAY पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्त पोषित है और इसके कार्यान्वयन की लागत केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बटा हुव है।
इस योजना के तहत:
- ₹5 लाख तक का सालाना मुफ्त इलाज प्रति परिवार
- 10.74 करोड़ गरीब और वंचित परिवार लाभार्थी
- भारत के 24,000+ सरकारी व निजी अस्पतालों में उपचार
- योजना पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्त पोषित है

Ayushman Bharat 2025 पात्रता
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए:-
इन वंचना मानदंडों में से, PM-JAY उन सभी परिवारों को कवर करता है जो दिए गए इन छह मानदंडों में से कम से कम एक मे आता है और स्वतः समावेशित (बेसहारा/भिक्षा पर रहने वाले, हाथ से मैला ढोने वाले परिवार, आदिम जनजाति समूह, कानूनी रूप से मुक्त बंधुआ मजदूर) मानदंड:
- केवल एक कच्चा कमरा और छत कच्ची हो
- परिवार में 16-59 आयु वर्ग का कोई वयस्क सदस्य नहीं हो तो
- महिला मुखिया परिवार
- विकलांग सदस्य और कोई सक्षम वयस्क सदस्य नहीं
- अनुसूचित जाति/जनजाति परिवार
- भूमिहीन दिहाड़ी मजदूर जो आय का एक बडा हिस्सा शारीरिक श्रम से कमाते है
शहरी क्षेत्रों के लिए:–
शहरी क्षेत्रों के लिए जो श्रमिक है, दिए गए इन 11 व्यावसायिक श्रेणियां इस योजना के लिए पात्र हैं :
- सफाई कर्मचारी
- भिखारी
- कचरा बिननेवाला
- सफाई कर्मचारी/ माली
- कारीगर/ हस्तशिल्प कर्मचारी/ दर्जी
- घरेलू कामगार/धोबी/ चौकीदार
- दुकान कर्मचारी/ सहायक/ छोटे प्रतिष्ठान में चपरासी/ हेल्पर/ डिलीवरी सहायक/ अटेंडेंट/ वेटर
- इलेक्ट्रीशियन/ मैकेनिक/ असेंबलर/ मरम्मत कर्मचारी
- रिक्शा चालक, चालक, कारीगर
- सड़क पर विक्री करनेवाला, वेटर
- निर्माण श्रमिक, प्लंबर, मैकेनिक आदि
अपात्रता (यदि कोई इनमें आता है):
- सरकारी कर्मचारी
- जिनके पास ₹50,000/- की क्रेडिट सीमा वाले किसान कार्ड हैं
- जिनके पास मशीनीकृत कृषि उपकरण हैं
- पक्का मकान, फ्रिज, लैंडलाइन
- दो/तीन/चार पहिया वाहन या मोटर चालित मछली पकड़ने वाली नाव हैं
- जिन लोगों की मासिक आय ₹10,000 से अधिक
- जो लोग 5 एकड़ या उससे ज्यादा ज़मीन के मालिक
Ayushman Bharat 2025 योजना के लाभ
- ₹5,00,000 तक का वार्षिक बीमा कवर (परिवार के सभी सदस्यों के लिए)
- कैशलेस इलाज – एडमिशन से लेकर दवाओं तक
- पहले से मौजूद बीमारियां भी कवर
- OPD, ICU, ट्रांसप्लांट, डायग्नोस्टिक्स सब शामिल
- महिला, बुजुर्ग और बच्चों को प्राथमिकता
आवेदन प्रक्रिया
ऑफ़लाइन प्रक्रिया:–
- नजदीकी CSC (सामान्य सेवा केंद्र) या सूचीबद्ध अस्पताल जाएं
- अपने पहचान पत्र और परिवार के दस्तावेज़ साथ ले जाएं
- आरोग्य मित्र आपके नाम को सिस्टम में खोजेगा
- BIS (Bureau of Indian Standards) एप में पहचान सत्यापित होगी
- अनुमोदन के बाद Ayushman Bharat e-Card जारी किया जाएगा
Ayushman Bharat Card बनाने के बाद कार्ड जीवन भर के लिए वैध रहता हैं।
ऑनलाइन तरीका:–
वेबसाइट: https://pmjay.gov.in
ऐप: UMANG ऐप
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड / पैन कार्ड
- पता प्रमाण (बिजली बिल, राशन कार्ड आदि)
- मोबाइल नंबर
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि SC/ST)
- परिवार की पहचान हेतु दस्तावेज़
योजना कब शुरू हुई और इसका प्रभाव
2018 में शुरुआत के बाद से अब तक इस योजना के तहत 5 करोड़ से अधिक अस्पतालों में मुफ्त इलाज हो चुका है। सरकार ने 2025 में इसका बजट और कवरेज दोनों बढ़ाया है, जिससे और भी गरीबों को लाभ मिल रहा है।
उदाहरण: रामू जी का अनुभव
गोरखपुर के रामू यादव एक मजदूर हैं। जब उनकी पत्नी को हार्ट की समस्या हुई, तब आयुष्मान भारत कार्ड की मदद से उन्हें ₹3.2 लाख का इलाज पूरी तरह मुफ्त मिला। यह योजना उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं रही।
निष्कर्ष
Ayushman Bharat 2025 केवल एक स्वास्थ्य योजना नहीं, बल्कि गरीबों और कमजोर वर्गों के लिए जीवन रक्षा का माध्यम है। ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज और बिना किसी खर्च के ई-कार्ड बनवाने की सुविधा इस योजना को अनमोल बनाती है।
अगर आप पात्र हैं, तो आज ही आवेदन करें और अपने परिवार को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करें।
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FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. क्या यह योजना हर किसी के लिए है?
नहीं, यह सिर्फ पात्र गरीब/वंचित परिवारों के लिए है, जो SECC 2011(ग्रामीण और शहरी परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का अध्ययन) के अनुसार चिन्हित किए गए हैं।
Q2. कार्ड कैसे बनवाएं?
आपके पास अगर पात्रता है, तो CSC (सामान्य सेवा केंद्र) या अस्पताल में जाकर पहचान पत्र दिखाकर e-Card बनवा सकते हैं।
Q3. कौन-से अस्पताल इस योजना में शामिल हैं?
भारत के सभी सूचीबद्ध सरकारी और कुछ निजी अस्पताल इसमें शामिल हैं। सूची वेबसाइट पर उपलब्ध है।
Q4. क्या पहले से मौजूद बीमारी कवर होती है?
हाँ, योजना में पहले दिन से ही सभी बीमारियां कवर होती हैं